Beema Sakhi Yojana List : केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई बीमा सखी योजना (Bima Sakhi Yojana) खासी सफल साबित हो रही है। यह योजना महिलाओं को इंश्योरेंस एजेंट बनकर एक बेहतर करियर बनाने का सुनहरा मौका प्रदान करती है। केंद्र सरकार के अनुसार, ९ दिसंबर, २०२४ को लॉन्च हुई इस योजना का फायदा २.०५ लाख से अधिक महिलाएं उठा रही हैं।
वित्त वर्ष २०२४-२५ में बीमा सखियों को ₹६२.३६ करोड़ का भुगतान किया गया था, और LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) ने वित्त वर्ष २०२५-२६ के लिए ₹५२० करोड़ का बजट रखा है, जो इस योजना की बढ़ती सफलता को दर्शाता है।
बीमा सखी योजना के अंतर्गत एलआईसी इंश्योरेंस एजेंट बनने वाली महिलाओं को पॉलिसी कराने पर कमीशन तो मिलता ही है, साथ ही उन्हें पहले तीन साल तक स्टाइपेंड (Stipend) भी दिया जाता है:
स्थायी करियर: ग्रेजुएशन पूरी करने वाली वे बीमा सखी, जिन्होंने योजना में पाँच साल पूरे कर लिए हैं, वे अपेंटिस डेवलपमेंट ऑफिसर (ADO) की पोस्ट के लिए आवेदन करने की पात्र हो सकती हैं।
प्रोत्साहन: जो महिलाएं अच्छा प्रदर्शन करती हैं, उन्हें अलग से प्रोत्साहन भी दिए जाते हैं।
यह योजना केंद्र सरकार की ओर से वर्कफोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
बीमा सखी योजना, जिसे बीमा सखी स्कीम के नाम से भी जाना जाता है, में शामिल होने के लिए पात्रता मानदंड काफी सरल रखे गए हैं ताकि अधिकतम महिलाएं इसका लाभ उठा सकें।
आयु सीमा: १८ से ७० साल की महिलाएं आवेदन कर सकती हैं।
शैक्षणिक योग्यता: आवेदक कम से कम १०वीं पास होनी चाहिए।
अपवाद: जो महिलाएं पहले से एलआईसी एजेंट या एलआईसी कर्मचारियों की रिश्तेदार हैं, उन्हें इस योजना से अलग रखा गया है ताकि चयन प्रक्रिया निष्पक्ष रहे।
आवेदन और ट्रेनिंग:
चुनी गई महिलाओं को खास ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे सफल एलआईसी एजेंट बन सकें और पहले तीन साल तक उन्हें मासिक भत्ता (स्टाइपेंड) दिया जाता है। एलआईसी ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी ‘बीमा सखी योजना’ को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ समझौता किया है।