Panjab Dakh 2026 Andaj प्रसिद्ध मौसम विशेषज्ञ पंजाब डख ने वर्ष 2026 के लिए अपना विस्तृत मानसून पूर्वानुमान जारी कर दिया है, जो महाराष्ट्र के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। उनके विश्लेषण के अनुसार, आने वाले साल में महाराष्ट्र में बारिश की स्थिति ‘औसत’ (Normal) रहने की प्रबल संभावना है।
कुल वर्षा: 2026 में कुल बारिश 500 से 600 मिलीमीटर के आसपास रहने का अनुमान है। यह मात्रा ‘औसत’ की श्रेणी में आती है।
फसलों के लिए अनुकूल: उन्होंने स्पष्ट किया है कि जब बारिश औसत के करीब होती है (यानी बहुत अधिक नहीं होती), तो फसल की पैदावार बेहतर होने की संभावना अधिक होती है।
अतिवृष्टि का खतरा कम: पिछले वर्ष (2025) की तुलना में, 2026 में भारी अतिवृष्टि (Heavy Flooding) का बड़ा खतरा नहीं रहेगा। कुछ चुनिंदा और छिटपुट क्षेत्रों में थोड़ी बहुत अधिक बारिश देखने को मिल सकती है, लेकिन पूरे महाराष्ट्र में गंभीर बाढ़ जैसी स्थिति नहीं होगी।
2026 का महीनावार बारिश का कार्यक्रम
पंजाब डख ने 2026 के मानसून का स्वरूप महीने के अनुसार स्पष्ट किया है, जो इस प्रकार है:
सटीक समय: 25 नवंबर तक ठंड बहुत अधिक रहेगी। इसलिए, यह समय गेहूं (Wheat) और चना (Gram) की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है।
चना बुवाई तकनीक: उन्होंने प्रति एकड़ 50 से 60 किलोग्राम बीज का उपयोग करने की सलाह दी है। इस विधि से बुवाई करने पर फसल घनी होती है और उत्पादन अच्छा मिलने की संभावना होती है।
बेमौसम बारिश की चेतावनी (2 से 10 दिसंबर 2025)
संभावित अवधि: हर साल की तरह, महाराष्ट्र में 2 दिसंबर से 10 दिसंबर के बीच बेमौसम (अवकाळी) बारिश आने की संभावना जताई गई है।
मौसम बदलाव: 27 और 28 नवंबर के आसपास कुछ हिस्सों में बादल छाए रहेंगे, और उसके बाद 2 दिसंबर के करीब बारिश शुरू हो सकती है।
प्रभावित क्षेत्र:पश्चिमी महाराष्ट्र में इस बेमौसम बारिश का प्रभाव थोड़ा अधिक रहने की आशंका है।
किसानों के लिए एक्शन: इस पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, किसानों को अपनी रबी फसलों की कटाई और भंडारण समय पर पूरा कर लेना चाहिए।
पंजाब डख का 2026 का औसत बारिश का पूर्वानुमान महाराष्ट्र के कृषि क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह संकेत देता है कि किसानों को पिछले कुछ वर्षों की तरह अत्यधिक अनिश्चितता का सामना नहीं करना पड़ेगा, बल्कि एक संतुलित मौसम मिल सकता है।